क्या AMP Dead हो चुका है? और क्या AMP को यूज़ नहीं करना चाहिए?

इस हफ्ते में यानी की जुलाई के तीसरे हफ्ते में गूगल ने AMP pages पर जो Thunder का icon दिखाई देता था उसे हटा दिया है। अब AMP pages को अलग से search results में पहचाना नहीं जा सकता है। असल में अब google के Top Stories Carousel में आने के लिए पेज का AMP होना जरूरी नहीं है।

ऐसे में सवाल आता है की AMP की value अचानक से ख़तम क्यों होने लगी है? क्या website को AMP format में convert करने का कोई फायदा भी है? क्या Google AMP project को ख़तम करने जा रहा है?

Google अपने projects को ख़तम करने में कभी भी कतराता नहीं करता है। Google के जिन-जिन projects को ख़तम किया गया है उनकी list काफी ज्यादा लंबी है। 

Google play music, Google +, Google hello, Google Audio Ads जैसे काफी Apps है। आप google के सभी बंद हो चुके projects के बारे में निचे दिए link की मदद से देख सकते है। 

Closed Projects Of Google  

AMP क्या है?

Accelerated Mobile Pages (AMP) एक open source framework है जिसे website के pages को झटपट दिखने के लिए बनाया गया था। Google इस AMP framework की यशोदा माँ है, मतलब की website तो आपकी होगी लेकिन एक बार Google AMP page को crawl कर ले तो सभी एसेट्स उसके hosting से जाती है।

URL भी उसी का होता है, Thunder वाला Icon भी उसी का होता था! था अब नहीं है। इस पुरे ecosystem को develop करने का एक खास मकसद था। AMP release हुआ था 7 October 2015 में, 2015 में इंटरनेट की जो average स्पीड होती थी वो 5.1 Mbps होती थी। 

उस समय mobile phone के hardwares काफी कम (low quality) हुआ करते थे और internet की speed भी कम होती थी। ऐसे में वेबसाइट को लोड होने में बोहोत समय लगता था जो यूजर को ज्यादा internet यूज़ करने से discourage करती थी। कम लोग internet को यूज़ करेंगे तो नुकसान गूगल का ही होना था और इसीलिए गूगल ने AMP को बनाया जो websites को super fast load करने में मदद करता था। 

AMP के साथ बोहोत सारे किंतु-परंतु अगर-मगर थे जैसे की CSS inline होनी चाहिए, JS functions limited होते थे, Analytics भी ठीक-ठाक ही होती थी। वेबसाइट के owners के पास कोई खास reason नहीं था AMP को अपनाने के लिए। इसलिए गूगल ने उन्हें ज्यादा traffic और rank देने का लॉलीपॉप दिखाया। 

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Google ने AMP pages को Thunder का icon दिया और top stories carousel में AMP pages में दिखाना शुरू कर दिया। Search Results के टॉप में जो भी लिंक होगी वो click कि जाएगी और बस यही से AMP को यूज़ करने की शुरुआत हो गई। 

2016 में जहा सिर्फ 9 लाख domain AMP को इस्तेमाल कर रहे थे वही 2018 आते-आते 31 million domain AMP को use करने लगे थे। लेकिन गूगल को जल्दी ही पता चल गया था की AMP permanent solution नहीं हो सकता है। Normal blog और websites के लिए AMP काम करता था लेकिन E-commerce website के लिए AMP कभी भी ठीक नहीं था। इसलिए 2018 से ही गूगल ने ऐसे metric पर काम  शुरू कर दिया था जो web pages की performance को scale-up में measure कर सके। 

Core Web Vitals की शुरुआत यही से होती है। 2020 तक mobile devices के hardware काफी अच्छे हो चुके थे, mobile internet की speed भी 3 गुना बढ़ कर 20 Mbps से ज्यादा हो चुकी थी। Computer Hardwares के दाम गिरने की वजह से Website Hostings की performances भी काफी अच्छी हो चुकी थी।

जिसका मतलब था की users के पास ऐसे mobiles या smart devices थे जो वेबसाइट को fast तरीके से render कर सकते थे। अच्छा internet connection था जो वेबसाइट को जल्दी से download कर सकता था और गूगल के पास Core Web Vitals का एक टेस्ट भी था। जिससे गूगल ये देख सकता था की कोई website fast है या नहीं है। 

ऐसे में top stories में सिर्फ AMP के रहने का कोई मतलब नहीं रह गया था। Core Web Vitals को achieve करने वाले pages seconds में load होते है, जल्दी usable हो जाते है और उनका layout भी सही रहता है। वही गूगल के perspective से सबसे बड़ी अच्छी बात ये थी की ये सभी websites खुद अपने खर्च पर चलती है, उसके लिए गूगल को AMP पर खर्च नहीं करना पड़ता है। 

अब Google को AMP को हटाना था जिसके लिए पहला step था की AMP pages की जो अपनी अलग पहचान है उसे ख़तम कर देना। इसलिए गूगल ने last week AMP के Thunder Icon को हटा दिया। Users के पास कोई तरीका नहीं है यह पता करने का की कोई पेज AMP है या नहीं है। कोई भी website जिसका Core Web Vitals score ठीक है वो top stories carousel में आ सकती है। AMP pages को मिलने वाला यह फायदा भी गूगल ने हटा दिया। 

क्या AMP को Google बंद करने जा रहा है?

इसका जवाब है अभी तो नहीं, अभी ऐसी कोई जानकारी नहीं है जो बताती हो की गूगल AMP को बंद करने जा रहा है। लेकिन क्या पता आने वाले समय में गूगल उसे बंद कर भी दे। ऐसा पहली बार नहीं है की गूगल ने अपने किसी project को बंद कर दिया है, ढेर सारे ऐसे projects है जिन्हे Google बंद कर चूका है

क्या Website में AMP को यूज़ करना चाहिए?

शायद नहीं, AMP को यूज़ करने का अब कोई direct फायदा नहीं है, traffic का कोई भी फयदा नहीं मिलने वाला है तो उसे यूज़ करने का क्या फायदा है। इसके अलावा आपको AdSense से होने वाली income पर भी असर पड़ता है।

लेकिन एक condition में आप AMP को यूज़ कर सकते है या एक condition में AMP फायदेमंद हो सकता है, की आप महंगी Web Hosting पर खर्च नहीं करना चाहते है।

या Core Web Vitals को अपनी साइट पर optimize करने पर खर्च नहीं करना चाहते है। ऐसे में AMP आपके लिए अच्छा solution है, आपको महंगी web hosting खरीदनी नहीं पड़ेगी, उसे optimize नहीं करना होगा। लेकिन AMP हर तरह की website के लिए ठीक नहीं है, E-commerce store पर तो दूर से AMP को भगा देना चाहिए। 

क्या AMP को अपनी साइट से हटाना चाहिए?

आखरी सवाल है की क्या अपनी साइट अगर AMP को पहले से यूज़ करती है तो क्या उसे हटाना चाहिए। इसका जवाब है नहीं, AMP अगर पहले से है तो उससे कोई नुकसान नहीं होने वाला है। अगर आप उसे इस्तेमाल करना चाहते है तो कर सकते है।

Conclusion 

AMP अभी dead नहीं है, लेकिन उसे यूज़ करने के जो फायदे है वो बोहोत कम हो चुके है। 

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