Black Hat SEO क्या होता है? | Black Hat SEO

हम सबके अंदर एक शौक होता है रिस्क लेने का, कुछ अलग करने का। शरारत सिर्फ बच्चों की चीज नहीं है, लोग बड़े होकर भी कुछ ऐसा करने का शौक जरूर रखते हैं जिसे समाज पसंद नहीं करता है। लेकिन मम्मी की चप्पल पापा की वसीयत और बीवी के बेलन जैसे नुस्खे उसे लाइन पर बनाए रखते हैं।

ऐसे में वो जो रिस्क लेने का अरमान होता है वो छोटी मोटी जगह पर निकलता है। जैसे रेड लाइट होने पर भी गाड़ी निकाल लेना, मास्क गले में लटका कर गोलगप्पे खाना या फिर Black Hat SEO सीखाने का दावा करना।

लगभग हर डिजिटल मार्केटिंग इंस्टीट्यूट के सिलेबस में Black Hat SEO जरूर होता है। लेकिन Black Hat SEO जैसा कुछ नहीं होता। लेकिन अब आप कहोगे की यहाँ ये एक छोटा सा ब्लॉगर है और उधर 40000 फीस लेने वाले हजारो इंस्टिट्यूट। जरूर इसे कुछ आता नहीं होगा इसलिए ऐसा बोल रहा है। तो आज आपको एकदम शॉर्ट और सरल भाषा में समझाने की कोशिश करते है। 

हम ये बात इतने कॉन्फिडेंस के साथ कह रहे है तो कोई तो वजह होगी ना। तो चलो समझने की कोशिश करते है। तो Black Hat SEO, टोपी के कलर से पहले हमें ध्यान देना चाहिए SEO वर्ड पर। SEO क्या होता है सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन, अमिताभ बच्चन जी ने एकदम सही फरमाया था कि English is a funny language.

नाम रखते वक़्त घोचुओ ने ये नहीं बताया की सर्च इंजन का ऑप्टिमाइजेशन करना है या सर्च इंजन के लिए ऑप्टिमाइजेशन करना है। उस एक दिन का फैलाया हुवा रायता आज तक समेट रहे है हम लोग। लेकिन देखा जाए तो सर्च इंजन का ऑप्टिमाइजेशन आप नहीं कर सकते। Google, Microsoft Bing या Yahoo का कोड हम कभी ऑप्टिमाइजेशन नहीं कर सकते। 

तो हो न हो कॉमन सेंस यही कहता है कि SEO का मतलब होता है सर्च इंजन के लिए ऑप्टिमाइजेशन करना। SEO का काम है वेबसाइट को सर्च इंजन के लिए ऑप्टिमाइज़ करना। एक सर्च इंजन आखिर क्या चाहता है, इसे तीन पार्ट में समझते है…

Search Engine वेबसाइट से क्या चाहता है?

  1. आपकी वेबसाइट ढूंढ़ने में आसान हो। इसके लिए आप कुछ बैकलिंक बनाते है।
  2. आपकी वेबसाइट के होम पेज में आने के बाद अंदर के सारे पेजेस तक पहुंचना आसान हो। इसके लिए आप साइट मैप सबमिट करते हैं, इंटरनल बैकलिंक बनाते है।
  3. आपकी वेबसाइट ब्राउज करने में आसान हो इसके लिए आप अपनी वेबसाइट का परफॉरमेंस बढ़ाते हो, टेक्निकल प्रॉब्लम को फिक्स करते है और सर्च इंजन इस्तेमाल करने वाले जिस सवाल का जवाब ढूंढ रहे होते है वो आपकी वेबसाइट में हो, इसके लिए आप ओरिजिनल हाई क्वालिटी कंटेंट और यूनिक कंटेंट को पब्लिश करते है।

अब इन सब के बिच काली टोपी वाला कहा से आगया। ये सब तो साधारण सा काम है सीधे तरीके से किया जा सकता है। करीब 2000 से 2005 के बिच में वेबसाइट को रैंक करने के लिए कुछ ट्रिक्स इस्तेमाल में आती थी। उस समय सर्च इंजन इतने स्मार्ट नहीं हुवा करते थे।

तो अगर आप किसी पेज में वाइट बैकग्राउंड पर वाइट कलर के टेक्स्ट में अपने कीवर्ड को सौ बार लिख दें तो हो सकता है आपका पेज रैंक कर जाए। लोग आर्टिकल स्पिनर जैसे टूल इस्तेमाल करते थे और उसके एक आर्टिकल की सौ कॉपी बनाकर पोस्ट करते थे। लोग सैकड़ो ब्लॉग का प्राइवेट ब्लॉकिंग नेटवर्क बना कर रखते थे जिसे डॉलर लेकर बैकलिंक देते थे। 

लिंक पिरामिड बेचे जाते थे, ये सारे काम करने वाले लोग अपने काम को क्या नाम देते। सर्च इंजन के लिए तो ऑप्टिमाइजेशन नहीं कर रहे थे। अपने आप को SEO नहीं बोल सकते थे और चोर खुदको चोर क्यों बोलेगा। इसलिए अपने फर्जीवाड़े को एक शरीफ नाम देने के लिए एक वर्ड निकाला गया Black Hat SEO.

Black Hat प्रोग्रामिंग की दुनिया से उधार लिया गया नाम है। हैकर उसे कहते है जो नॉन स्टैंडर्ड मेथड से कंप्यूटर से कोई काम करवा सकता है। Black Hat हैकर उसे कहते है जो अपने फायदे के लिए क्रिमिनल इंटेंशन से हैकिंग करता है। तो इन अति-उत्साही लोगों ने इस वर्ड को उधार लेते टाइम यह नहीं सोचा कि यह वर्ड क्रिमिनल इंटेंशन वाली एक्टिविटी के लिए यूज किया जाता है। 

टेक्निकली Black Hat SEO विकिपीडिया की डेफिनेशन के हिसाब से ही क्रिमिनल और गलत इंटेंशन वाली एक्टिविटी है। 1 मिनट के लिए खुद सोचिए कि आखिर कैसे Black Hat SEO को इंस्टिट्यूट अपने ब्रोशर में सिलेबस में छापते घूम रहे हैं। ये तो वैसा ही है जैसे मेडिकल इंस्टीट्यूट अपने कोर्स में सुपारी किलर्स क्रैश कोर्स निकाले। 

मान लीजिए कि आपको रिस्क लेने का शौक है। आपने scam 1992 देखी हुई है और आपका मानना है कि रिस्क है तो इश्क है। अगर आप Black Hat SEO सीखना ही चाहते हैं। तो जरा सोचिए आज की डेट में यह किसी काम का भी है।

यह जानने के लिए हम वापस आते हैं अपनी स्टोरी पर, तो ये Private Blog Networks(PBN), Link Scheme, Spinned Content इन सब का गेम बढ़िया चल रहा था। लेकिन धीरे धीरे गूगल ने इन सभी गंदगी को साफ़ करना शुरू किया।

गूगल की Penguin Algorithm ने फर्जी बैकलिंक्स वाली वेबसाइट को Demotion और De-Indexing करना शुरू कर दिया। PBN, Paid Links और बेकार के Link Exchange को पनिश करना शुरू कर दिया। Panda Update ने Spinned Content या Thin Content वाली वेबसाइट को De-Index और Demote करना चालू कर दिया। 

Penguin Algorithm फर्जी बैकलिंक पर लगाम लगाने लगा और Panda Algorithm ने फर्जी कंटेंट पर कंट्रोल किया। इसके बाद आयी Hummingbird Update(Hummingbird Algorithm), जिसने सर्च रिजल्ट को कीवर्ड से हटा कर कीवर्ड के Meaning और उसके Intension पर फोकस करना शुरू किया। तो Keyword Stuffing से मिलने वाला फायदा बंद हो गया और सर्च इंजन यूजर को सही रिजल्ट देने लगे।

Penguin, Panda, Hummingbird इन तीनों Algorithm में काफी सारी अपडेट हुई। धीरे धीरे ये तीनों Algorithms गूगल के इम्पोर्टेन्ट Algorithm का पार्ट बन गए। अब गूगल हर सर्च रिजल्ट को देने से पहले Queries के नेचर को चेक करता है। जो वेबसाइट सर्च रिजल्ट्स में आ रही है उसके कंटेंट को देखता है और बैकलिंक की Quantities की जगह बैकलिंक Quality को देखता है। इसके बाद वेबसाइट को रैंक करता है। 

जो लोग Black Hat SEO के नाम पर बैकलिंक का गेम प्लान करते हैं, उनको गूगल ट्रेस करके तुरंत मैनुअल पेनल्टी का चालान दे देता है। अगर कोई कंटेंट को स्पिन करके वेबसाइट में डालता है या कॉपी करके दूसरी वेबसाइट पर डालता है, तो गूगल उनके Pages को Index ही नहीं करता है।

अगर कोई Structured डाटा को लेकर होशियारी दिखाने की कोशिश करता है तो Structured डाटा की वजह से भी गूगल मैनुअल पेनल्टी देने लगा है। गूगल के पास दुनिया की बेस्ट यूनिवर्सिटी से निकले हुए हजारों हाई लेवल सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। काली टोपी वाले के पास न तो प्रोग्रामिंग की नॉलेज है और न SEO की। वही 15 साल पुराने पैंतरे हैं जो लोग उलट-पुलट कर ट्राई करते रहते हैं।

ऐसी ट्रिक को जब आप किसी वेबसाइट पर किसी नई वेबसाइट पर ट्राई करते हैं, तो पहले कुछ नहीं होता है। क्योंकि वेबसाइट पर इतना ट्रैफिक ही नहीं होता की गूगल उसे नोटिस करे। जब आप साल दो साल इसमें अपना टाइम, पैसा और उम्मीदे खर्च कर देते है, तब अचानक से गूगल एक दिन आपकी वेबसाइट को नोटिस करता है और मैनुअल पेनल्टी का चालान दे देता है। उस वक्त आपके साथ कोई खड़ा नहीं होता है। कोई भी इंस्टिट्यूट आपका साथ नहीं देता है। सफलता के हजार माई-बाप होते हैं फिर भी सफलता अनाथ होती है। 

Black Hat SEO क्या है?

Black hat SEO kya hai kya black hat SEO sach me hota hai

Black Hat SEO कुछ नहीं होता है। जो भी Black Hat SEO को सीखाने का दावा करते हैं वह यह बता रहे हैं कि उन्हें SEO का S भी नहीं आता है। मेरी बात नहीं सुननी तो मत सुनिए MATT CUTTS की तो सुनेंगे ना। 2012 के ब्लॉग में MATT CUTTS ने लिखा था, कि The opposite of “white hat” SEO is something called “black hat webspam”( we say “webspam” to distinguish it from email spam).

MATT SEO के साथ white hat को भी बड़ा sarcastically इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन सिर्फ लिखने के लिए भी वह white hat SEO के opposite में black hat SEO नहीं लिख रहे हैं, black hat webspam लिख रहे हैं। तो जो black hat SEO सीखाने का दावा करते हैं चाहे वो ब्लॉग हो, यूट्यूब वीडियो या भारी भरकम इंस्टिट्यूट हो वो आपको सिर्फ स्पैमिंग सीखा रहे है। स्पैमिंग मत सीखिए, स्पैमर मत बनिए, SEO सीखिए। अच्छा या बुरा बताना हमारा काम है उस पर अमल करना है या नहीं ये आपकी जिम्मेदारी है। 

Disclaimer: हम इस ब्लॉग में किसी भी तरह की हैकिंग ट्रिक्स या हैकिंग सीखा नहीं रहे है। ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए बनाया गया है। जो की सिर्फ ये बताता है की “Black Hat SEO” जैसी कोई भी चीज होती ही नहीं है।

Leave a Reply