ब्रह्मांड की सबसे पुरानी तस्वीर कौन सी है?

दोस्तों आज का हमारा ये आर्टिकल थोड़ा एडवांस होने वाला है, तो आपसे Request है इसे पूरा ध्यान लगाकर पढ़े। हम दावा करते है आपको इस आर्टिकल से काफी कुछ सीखने को मिलेगा।

दुनिया की सबसे पुरानी फोटोग्राफ

अगर हम इस दुनिया की सबसे पुरानी फोटोग्राफ की बात करे तो उसका नाम है “View From The Window At Le Gras” जिसे JOSEPH NICEPHORE NIEPCE द्वारा 1827 में लिया गया था। लेकिन इस दुनिया में एक फोटो ऐसी भी है जो करीब 13,000 करोड़ साल पहले की है। जिसे हम अपनी खुली आँखो से भी देख सकते है। आपको आज ये भी पता चल जाएगा की किस तरह हम बिना किसी डिवाइस की मदद से समय में पीछे देख सकते है। इस दुनिया में कुछ ऐसी photos मौजूद है जिन्हे सबसे अलग माना गया है। इन्हे किसी स्मार्टफोन या कैमरे की मदद से नहीं बल्कि इन्हे “HUBBLE SPACE TELESCOPE” की मदद से Click किया गया था। 

HUBBLE SPACE TELESCOPE क्या है?

HUBBLE SPACE TELESCOPE जिसे 1990 में धरती की Low Orbit में भेजा गया था। दरअसल HUBBLE TELESCOPE धरती की Atmospheric Layer से बाहर है। आसान भाषा में कहा जाए तो ये TELESCOPE Space में ही है और ऐसा इसलिये क्यो की तरह-तरह के रेडिएशन को धरती से Observe करना लगभग Impossible है। क्यो की धरती का Atmosphere इन्हे पूरी तरह से ब्लॉक कर देता है और यही वजह है की HUBBLE TELESCOPE को धरती की Lower Orbit यानी Space में भेजा गया है। क्योंकि वहा से रेडिएशन और Space को अच्छे से Observe किया जा सकता है। HUBBLE की मदद से हम Ultraviolet से लेकर Infra-red तक सबकुछ देख सकते है। HUBBLE में 2.4-Meter (7.9 ft) Mirr8 लगी हुई है जो Ultra-Low Expansion Silica Glass से बनाई गई है और उस Mirror को Pure Aluminum की Cotting की गई है ताकि वो Visible Light को Reflect कर सके।

HUBBLE SPACE TELESCOPE क्या काम करता है?

एक अनुमान के हिसाब से देखा जाए तो Hubble Telescope को बनाने की शुरुवाती लगत 3000 करोड़ रुपये थी। लेकिन लाँच तक आते-आते इसमें सिर्फ अमेरिकन गवर्नमेंट के 4.5 करोड़ लाख खर्च हो गए थे। इसके Launch के बाद इसमें European Space Agency द्वारा करीब 5000 करोड़ रुपये और खर्च किये गए। 25 अप्रैल 1990 ही वो दिन था जब HUbble Telescope धरती की Lower Orbit में Successsfully स्थापित हुवा। जिसके बाद वैज्ञानिकों ने चैन की सांस ली। लेकिन सिर्फ Orbit में सही तरह पोहच जाना ही काफी नहीं था बल्कि इसका सही से काम करना भी वैज्ञानिकों के लिए सबसे बड़ी चुनौती थी। Space में पहुंचने के बाद Hubble के Main Mirror में कुछ ख़राबी आ गई थी जिसकी वजह से वो जो भी तस्वीरें Click करता वो सब Blur नजर आती थी। जिसके बाद लगभग तीन साल इस प्रॉब्लम को ठीक करने में चले गए। 

Hubble Telescope की मदद पिछले तीन दशकों से Space की काफी शानदार तस्वीरें सामने आ चुकी है। Hubble Telescope Electromagnetic Radiation को भी कैप्चर करने में सक्षम है। इसी वजह से ये धरती पर मौजूद Telescope से कई ज्यादा बेहतर Photos Click करता है। एक तरफ जहां Hubble Telescope नई नई Pictures Click करता है वही हमारा यूनिवर्स एक्सपैंड हो रहा है और इसके साथ Space का फैब्रिक भी एक्सपैंड हो रहा है। जिस वजह से यूनिवर्स से निकलने वाली लाइट की रेंज भी बढ़ती जारही है। मतलब जो लाइट इतने समय से ट्रैवल कर आज Hubble तक पोहची है वो लाइट की वेवलेंथ उतने ही साल पुरानी है जितने साल उस लाइट को Hubble तक पोहचने में लगे। यानी आज हम जो भी वेवलेंथ देखेंगे वो लाखों करोड़ो साल पुरानी है। 

Red Shift Phenomenon

इस Phenomenon को Red Shift Phenomenon कहा जाता है। जिसमे जितना ज्यादा किसी Object का Distance होगा उतना ही लंबा उसकी निकलने वाली लाइट को Space में ट्रैवल करना पड़ेगा। इसी वजह से वो लाइट लाल रंग की हो जाएगी।

सिर्फ लाल रंग की ही क्यो किसी और रंग की क्यों नहीं?

दरअसल लाल रंग का वेवलेंथ ज्यादा होता है और इसी वजह से वो लाल रंग का दिखेगा। 

2016 में Hubble Telescope की मदद से एक ऐसी गैलेक्सी की खोज हुई जो धरती से काफी दूर थी, जिसका नाम GNZ11 था। जो की न सिर्फ खोजी गई बल्कि उसकी कुछ Photos भी Click की गई। इस गैलेक्सी में Red Shift साफ़ नजर आ रहा था। GNZ11 धरती से करीब 32 billion लाइट ईयर दूर है और हमें ये भूलना नहीं चाहिए की हमारा गैलेक्सी लगातार एक्सपैंड होता जा रहा है। 

जिस वजह से हमें उसका आज का रूप देखने को नहीं मिला बल्कि Hubble Telescope ने इसका 13.4 billion साल पहले का रूप दिखाया। क्यो की इस गैलेक्सी की लाइट को Hubble Telescope तक पोहचने में इतना ही टाइम लगा। अब इतना सब जानने के बाद ये तो तय हो चुका है के GNZ11 गैलेक्सी की फ़ोटोग्राफ़ इस दुनिया की सबसे पुरानी फ़ोटोग्राफ़ है। वैज्ञानिकों का ऐसा मानना है GNZ11 गैलेक्सी Space में मौजूद Dark Ages के बहुत ही ज्यादा करीब है। 

Dark Ages क्या है? 

दरअसल Dark Ages वो समय है जब यूनिवर्स के अंदर पहला Star बना था। या फिर ये भी कह सकते है जिस समय यूनिवर्स की सायकिल शुरू हुई थी। इसी वजह से ये Hubble Telescope से काफी दूर है शायद इतनी दूर की Hubble Telescope भी उसे डिटेक्ट नहीं कर पाता। लेकिन इससे आने वाली लाइट को एक और गैलेक्सी से गुजरना पड़ा और उस गैलेक्सी ने एक लेंस की तरह काम किया और इसी वजह से ये गैलेक्सी Hubble Telescope द्वारा डिटेक्ट हो पाई। अब GNZ11 गैलेक्सी की photos को देखने के बाद अगर आपको लगता है की यही एकलौती ऐसी तस्वीर है जो दुनिया की सबसे पुरानी फोटोग्राफ है तो आप गलत हो। क्यो की इसके अलावा भी Hubble द्वारा कई Photos Click की जा चुकी है। जैसे A1744 YD4 गैलेक्सी जो बिगबैंग धमाका होने के बाद सिर्फ 60 करोड़ साल तक ही मौजूद था और Hubble ने इतने पुराने गैलेक्सी की तस्वीरें ली थी और वो भी उसके ख़तम होने से पहले। 

इतना ही नहीं 23 अप्रैल 2009 को Swift Space Abserbrity ने एक GRB यानि Gamma Ray Burst की तस्वीरें ली थी। जो 13.35 billion साल पहले हुवा था और 6 दिसंबर 2017 को एक Quasar को भी ढूंढ निकला गया। जो की एक Super Massive Black Hole से निकल रहा था। जिसका मास हमारे सूरज से 80 करोड़ गुना ज्यादा था और इस Quasar की जो रौशनी हमारे हमारे धरती तक आ पोहची थी वो 13.1 billion साल पुरानी थी।

कौन कहता है की टाइम ट्रैवल नहीं होता Space एक ऐसी चीज है जिसकी वजह से आप लाखों करोड़ो साल पुरानी रौशनी को देख सकते हो। हो सकता है आज जिस सितारे को आप आसमान में देख रहे हो वो हकीक़त में लाखों करोड़ो साल पहले ही ख़तम हो चूका हो। शायद हो सकता है आप जो देख रहे हो वो उस सितारे के अस्तित्व में होने के वक़्त छोड़ी गई रौशनी हो।

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