Google ads पर ad चलाने से पहले किन बातो का ध्यान रखे?

बहुत बार हम Business Owner कस्टमर को एक मासूम सा बच्चा समझ लेते है। जिसे अपना ad सिर्फ एक बार दिखने भर की देर है और वो हमारी बात मान लेगा।

इसी ग़लतफहमी की वजह से किसी तरह से हम Google My Business (GMB) में नंबर वन रैंक लाना चाहते हैं, चाहे उसके लिए सौ listing ही क्यों बनानी न पड़े। सबसे सस्ती वेबसाइट डिज़ाइन करवा कर उसे एक बेकार सी SEO कंपनी को एक आड़े-टेड़े कीवर्ड के सेट के लिए महीनों तक पेमेंट करते हैं। लेकिन बिज़नेस कभी भी बढ़ता हुवा नहीं दीखता है। 

Local Business को कैसे Grow करे?

आज हम गूगल की रिपोर्ट्स और डाटा को इस्तेमाल कर के जानेंगे की लोकल बिज़नेस डिजिटल मार्केटिंग में कहां चूक जाते है। जब की बड़े बिज़नेस बिलकुल उन्हीं टूल और प्लेटफॉर्म को इस्तेमाल कर के अपने कस्टमर को हर साल बढ़ाते रहते है। गूगल की एक सर्वे रिपोर्ट के हिसाब से सिर्फ 10% कस्टमर ही कोई परचेस करने से कुछ मिनट पहले उसके बारे में ऑनलाइन सर्च करते हैं। जिसका मतलब है कि जो भी सर्च रिजल्ट में दिखाई देता है उन्हें वो खरीद लेते हैं।

सिर्फ 25% कस्टमर परचेस करने से एक दिन पहले ऑनलाइन सर्च करते हैं। इसका मतलब है कि बाकी 65% कस्टमर्स किसी भी तरह की परचेस करने से पहले कई दिन पहले से या कई महीनों पहले से उसके बारे में ऑनलाइन सर्च करना रिसर्च करना शुरू कर देते हैं। 90% (65%+25%) लोग कम से कम 1 दिन पहले ऑनलाइन सर्च करना शुरू करते हैं कुछ भी खरीदने से पहले। 

इसका मतलब है कि सिर्फ आपका ad दिखाई देने से या आपकी Google में Business की लिस्टिंग टॉप में दिखाई देने से ही कस्टमर का मिलना तय नहीं हो जाता है। टॉप पोजीशन का मतलब sure shot बिज़नेस मिलना नहीं है। कस्टमर चाहे आपके बिज़नेस को GMB पर पहली बार देखें या गूगल और फेसबुक के ads में।

वो 90% केसेस में आपके बिज़नेस के बारे में कम से कम कुछ घंटों तक रिसर्च ज़रूर करेंगे और इसमें वह आपकी वेबसाइट को भी देखेंगे, आपको सोशल मीडिया पर भी चेक करेंगे और आपकी टाइमलाइन या फीड की इमेजेस देखेंगे, आपके रिव्यू पढ़ेंगे।

इसलिए सिर्फ GMB या ads पर फोकस मत करिए। एक कंप्लीट 360° बिज़नेस प्रजेंस बनाइए। जिससे जब भी कस्टमर आपके बारे में सर्च करें उन्हें एक अच्छा भरोसेमंद बिज़नेस दिखाई दे। जिसे बहुत सारे लोग पॉजिटिव Reviews दे रहे हैं और इससे कस्टमर्स तुरंत बढ़ेंगे चाहे आपकी रैंक थोड़ी काम ही क्यों न हो। 

हमने अभी एक शब्द इस्तेमाल किया “Website”, इस पॉइंट पर एक सर्वे देखते है। गूगल रिपोर्ट के एक ग्राफ़ के हिसाब से कितने लोगों ने प्रोडक्ट खरीदने से पहले जो रिसर्च कि वह मोबाइल पर कि है और कितने लोगों ने कंप्यूटर पर की है और कितने लोगों ने स्मार्टफोन और कंप्यूटर दोनों को इस्तेमाल किया।

तो 35% लोगों ने सिर्फ स्मार्टफोन पर प्रोडक्ट के बारे में रिसर्च किया। 40% लोगों ने कंप्यूटर पर रिसर्च किया और 17% लोग ऐसे थे जिन्होंने कंप्यूटर और स्मार्टफोन दोनों का इस्तेमाल करके रिसर्च किया। इसका मतलब है कि अगर आपकी वेबसाइट सिर्फ Computer पर ठीक से दिखाई देती है मोबाइल फ्रेंडली नहीं है तो 35% और 17% कुल 52% कस्टमर आपके प्रोडक्ट या सर्विसेज के बारे में अच्छे से जान ही नहीं पाएंगे। 

कस्टमर बनने का सवाल ही नहीं होता और अगर आपकी वेबसाइट पर छोटे-छोटे इमेजेस है, जो डेस्कटॉप पर खराब दिखाई देती है। तो फिर 57% कस्टमर को आपके प्रोडक्ट खरीदने में कोई इंटरेस्ट नहीं होगा। तो वेबसाइट को मोबाइल फ्रेंडली बनाइए और वेबसाइट का डिज़ाइन अच्छा होना चाहिए, उसमें अच्छी इमेज को इस्तेमाल करिए।

वेबसाइट को सिर्फ फ़ास्ट बनाने से फायदा नहीं होगा, उसमे कस्टमर को अगर कोई खास इनफार्मेशन नहीं मिलेगी तो आपके बिज़नेस के बारे में वो अच्छे से कभी नहीं जान पाएंगे या जानना नहीं चाहेंगे। स्पीड एक इंपॉर्टेंट फेक्टर है वेबसाइट का, लेकिन वेबसाइट में Useful इनफार्मेशन सही फ़ॉर्मेट में होना सबसे ज्यादा मुश्किल होता है। 

ऐसा भी हो सकता है कि लोग अगर कई दिन पहले किसी Listing को देखते हैं तो भी उसी को परचेस कर ले, ऐसा भी तो हो सकता है ना। इसका जवाब ढूंढने के लिए हम इस तीसरे सर्वे को देखना पड़ेगा। जिसमें लोगों से यह पूछा गया कि उन्होंने रिसर्च करने के बाद जिस प्रोडक्ट या सर्विस को ख़रीदा उसके बारे में उन्हें सबसे पहले इंफॉर्मेशन कहां से मिली?

33% लोगों का जवाब था प्रीवियस एक्सपीरियंस और 35% लोगों का जवाब था कि उन्होंने दूसरे लोगों से Discuss किया था। करीब 68% लोग उसी बिज़नेस को चुन रहे हैं जिसे या तो वह खुद पहले इस्तेमाल कर चुके हैं या उनके जान पहचान वाले उससे डील कर चुके है। इसका मतलब है की आपको करीब 68% कस्टमर या तो आपके मौजूदा कस्टमर से मिलेंगे या उनके रेफेरेंस से या उनके रिव्यू से मिलेंगे। 

सबसे खराब हाल तो ads का है जो सिर्फ 9% टाइम प्रोडक्ट डिसीजन में मैटर करता है। तो इन सारे ग्राफ़ और डाटा से हमें क्या पता चलता है? कि कस्टमर एक भोला बच्चा नहीं है कम से कम 90% लोग तो नहीं है। वो कई दिन पहले से बहुत सारे बिज़नेस के बारे में सर्च कर रहे होते हैं।

वह कंप्यूटर से भी रिसर्च कर रहे हैं, स्मार्टफोन को भी यूज कर रहे हैं। तो देखो कि कोई भी कस्टमर रिसर्च फेस में कैसे आगे बढ़ता है। ताकि हम उन पॉइंट को कवर करके उसे कैप्चर कर सकें। सर्च कर रहे लोगों की जर्नी को आप 5 स्टेप में बांट सकते हैं। 

नंबर 1. Initial Impression.  नंबर 2. Social Media or Website Check. नंबर 3. Competition check. नंबर 4. Review Check और नंबर 5. है Maps To Reach You.

Initial Impression

इसमें कोई भी व्यक्ति आपके बिज़नेस को गूगल Google My Business, Google Ads, Facebook Ads, YouTube Videos या किसी भी तरीके से डिस्कवरी करता है। उनको आपके बिज़नेस के बारे में पता चलता है पहली बार और अब वो आपके बिज़नेस के बारे में और डिटेल्स चाहते हैं। इसलिए फ़र्स्ट इंप्रेशन वाले पॉइंट पर आपके बिज़नेस की सारी डिटेल्स सही होनी चाहिए। लेकिन साथ ही मैं आपकी वेबसाइट का लिंक और सोशल मीडिया प्रोफाइल के लिंक भी साथ में होने चाहिए।

आपका टार्गेट होना चाहिए कि आप कस्टमर कि उनकी रिसर्च में पूरी हेल्प करें। असल में इसी पॉइंट पर NAP जो Name, Address, Phone Number होता है उसकी कंसिस्टेंसी काम आती है। अगर आपकी गूगल लिस्टिंग में नाम की जगह कीवर्ड का ग्रुप पड़ा हुआ है और फेसबुक पेज में Address गलत है और वेबसाइट मोबाइल पर ठीक से काम नहीं कर रही हैं। तो कस्टमर कभी भी आपके बिज़नेस को सही से पता करना ही नहीं चाहेंगे। Name, Address और Phone Number को हमेशा हर लिस्टिंग में हर जगह एक ही रखिए। 

Social Media or Website Check

कस्टमर आपकी सोशल मीडिया प्रोफाइल और वेबसाइट को देखेंगे। तो याद रखे कि आपकी वेबसाइट पर जो छोटे-छोटे सोशल मीडिया आइकंस बने हुए हो और वह असल में आपकी सोशल मीडिया प्रोफाइल पर ले जाते हो। वरना आपका कस्टमर इसी फेज में ग़ायब हो जाएगा।

ठीक इसी तरह से आपकी सोशल मीडिया प्रोफाइल्स में भी वेबसाइट की लिंक होना चाहिए। अपनी अधिकतर पोस्ट में वेबसाइट का लिंक ज़रूर डालिए। ज्यादा से ज्यादा पोस्ट में आपकी वेबसाइट का लिंक ज़रूर होना चाहिए।

Competition Check

इस फेज में सफल होने के बाद कस्टमर एक बार आपके Competition को ज़रूर चेक करेगा और इस फेज में आपको प्रोफेशनल हेल्प चाहिए होती है। अगर आपके competitor की वेबसाइट आपकी वेबसाइट से बेहतर है, उनकी सोशल मीडिया प्रोफाइल बेहतर है, उनमें पोस्ट अच्छी है। तो चांसेस हैं कि वह आपके competitor के पास किसी फेज में चले जाएंगे।

लेकिन अगर आपकी सोशल मीडिया प्रोफाइल प्रोफेशनल है और वेबसाइट प्रोफेशनली बनी हुई है। तो ना सिर्फ आपके बिज़नेस के लिए सर्च कर रहे लोग आपके साथ बने रहेंगे बल्कि जो यूज़र आपके competitor को असल में सर्च कर रहे थे वह हो सकता है आपके पास आ जाए। इसलिए  वेबसाइट और सोशल मीडिया को आप प्रोफेशनली मैनेज ज़रूर कराए।

Review Check

कस्टमर लगभग आपका है, बस उन्हें एक बार चेक करना है कि आपकी वेबसाइट और सोशल मीडिया की चमक असली है या यह सब फेक नहीं है। असल में आपके प्रोडक्ट इतने अच्छे हैं या नहीं ये पता करने के लिए वो आपके रिव्यूज देखेंगे और आपके रिव्यूज के लिए वह Google My Business पर चेक कर सकते हैं या फेसबुक पर चेक कर सकते हैं या कोई और भी वेबसाइट पर चेक कर सकते हैं। 

आपका टारगेट होना चाहिए कि आपको सिर्फ गूगल पर अच्छे रिव्यू ना मिले बल्कि फेसबुक पर भी अच्छे रिव्यू मिले और बाकी थर्ड पार्टी वेबसाइट पर भी आपको अच्छे रिव्यू मिले। फेक रिव्यू मत लीजिए, कस्टमर समझदार होता है वह आपके सरनेम वाले रिव्यूज को पहचान लेगा और फिर बेकार में आपके बिज़नेस की जो इमेज है वह खराब हो जाएगी। तो इसलिए इंतजार करिए टाइम के साथ आपको रिव्यू अच्छे भी मिलेंगे और उनकी Quantity भी बढ़ जाएगी।

Maps To Reach You

तो रिसर्च ख़तम, अब आपको कस्टमर की एक लास्ट बार हेल्प करनी है, आपके स्टोर ऑफ़िस या शॉप तक पहुंचने में Google Maps के जरिए। गूगल लिस्टिंग में जो आपका map pin है वो करेक्ट जगह पर हो। ताकि यूजर Google Maps पर सीधे सर्च करें तो उन्हें आपकी लोकेशन तक पहुंचने में कोई दिक्कत ना हो।

अपनी वेबसाइट के बॉटम में Map ज़रूर डालिए। जिसमें आपकी लोकेशन सही से पॉइंटेड हो। आपकी सोशल मीडिया प्रोफाइल में भी आपके बिज़नेस का Address ज़रूर लिखा होना चाहिए। Map की इंफॉर्मेशन सही होगी तभी कस्टमर आपके पास रियली में पहुंच पाएंगे। इस तरह से आप अपनी कंप्लीट ऑनलाइन प्रेसेंसे का फायदा उठा पाएंगे और डिजिटल मार्केटिंग से अपने Business को Successful बना पाएंगे। 

सिर्फ Google My Business की टॉप रैंक होने से कुछ नहीं होगा सिर्फ Google Ads चलाने से कुछ नहीं होगा और सिर्फ Reviews को जुटाने से कुछ नहीं होगा। Complete 360° ऑनलाइन प्रेजेंस होना ज़रुरी है। इसकी प्रैक्टिस आप अभी से शुरू कर सकते हैं।

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