Google Analytics और Search Console में क्या अंतर होता है?
Google Analytics और Google Search Console गूगल के दो Free Tools है जो लगभग हर website में होते है। कभी आपने notice किया है की Google Search Console में आपकी website का जो traffic होता है वो Google Analytics के organic traffic के बराबर नहीं होता है। दोनों के बिच में काफी difference होता है और शायद आपने इसे देखा भी होगा। लेकिन आखिर ऐसा क्यों होता है?
दोनों ही Google के ही Tools है और दोनों ही एक जैसा ही Data Collect करते होंगे, तो दोनों ही website का traffic अलग-अलग क्यों बताते है? आज हम इसी के बार में देखने वाले है की Google Analytics और Search Console किसी website के traffic को कैसे measure करते है? दोनों ही अलग-अलग data क्यों दिखाते है? इनके traffic को meausre करने से data पर क्या फर्क पड़ता है? और कौन reliable data आपको देता है?
Search Engine एक computer system है और computer system बड़े आसान होते है। ‘0 1 0 1’ का खेल होता है और इसी के बेस पर ये सब काम करते है। शायद आपको पता ही होगा की Google Search Console को आप अपने website पर कैसे verify करते है, कैसे करते है?
- एक File को Upload करके
- Metatag को अपने Site के Header Add करके
- या Domain Level पर TXT Record को Add करके
और Google Analytics को कैसे जोड़ते है? एक छोटा सा code add करके सही कहा ना! यही से traffic के बिच का फर्क शुरू हो जाता है। File Upload, TXT Record या Metatag से जुड़े होने के वजह से आपकी website load होना जैसे ही शुरू हो जाती है वैसे ही Google Search Console को information मिल जाती है। लेकिन Google Analytics के लिए आप जो tag लगा रहे है वो एक JavaScript code होता है। जब आपका page load हो जाएगा और जब ये JavaScript code execute होगा तभी Google Analytics को traffic की information मिलेगी।
मान लो की एक user ने google पर कुछ सर्च किया और Search Results Page (SERP) में जब आपकी website का URL दिखाई देता है तो उस पर click भी कर दिया। ऐसे में Google Search Console को तुरंत पता चल जायेगा की एक organic visit website को मिला है। लेकिन अगर उस user के browser में JavaScript disabled है या page पूरा load होने से पहले यूजर वापस चला जाता है या मान लीजिए की आपका पेज काफी बड़ा है और Analytics का code execute नहीं हुआ उससे पहले ही यूजर पेज को बंद कर देता है। तो ऐसे में Google Analytics को इस visit का पता नहीं चलेगा।
ये था वो पहला Reason जिसकी वजह से Google Analytics और Google Search Console के डाटा में फर्क होता है। दोनों Tools traffic को अलग-अलग तरीके से measure करते है जिसकी वजह से दोनों के डाटा में फर्क दिखाई देता है।
क्या दोनों Tools एक ही Traffic को Measure करते है?
मान लीजिए की एक यूजर आपके website की lini को SERP में देखता है और फिर उस पर click करता है तो Google Search Console इसे Organic Traffic में count कर लेगा वही Google Analytic भी इसे Organic Traffic में count करेगा।
उस यूजर को आपकी साइट काफी पसंद आती है और वो उस साइट को bookmark कर लेता है या फिर URL को save कर के रख लेता है। जब वो दोबारा उस link से आपकी website visit करने की कोशिश करता है तो Google Search Console इसे organic traffic नहीं मानेगा लेकिन Google Analytic इस दूसरी visit को भी organic traffic मान लेगा। ऐसा क्यों? क्योंकि Google Analytic Last Not Direct Click Model को यूज़ करता है। यूजर ने पहली बार आपकी वेबसाइट Search Results Page से visit की है तो दूसरी visit का credit भी Google Analytic SERP को ही देगा।
दोनों Tools किसे Organic Traffic कहते है?
Google Search Console में Traffic को Clicks कहा जाता है और Google Analytic में Sessions कहा जाता है। तो Click वो event है जब यूजर search results page में आपके साइट के लिंक पर click करता है और आपकी साइट पर visit करता है। ये है click जिसे Search Console organic traffic मानता है।
Session वो event है जब आपके HTML पेज को कोई यूजर विजिट करता है, Google Analytic का code execute हो जाता है और session timeout नहीं होता है। इतनी सारी condition को fulfil करना होता है तब Google Analytic उसे एक session मानता है।
Example: अगर आपके साइट की कोई PDF rank कर रही है और उस पर click कर यूजर उसे पढ़ भी रहे है। ऐसे में Google Search Console उसे organic traffic मानेगा लेकिन Google Analytic PDF visits को count भी नहीं करेगा। क्योंकि PDF में Google Analytic Code को जोड़ा नहीं जा सकता है।
SERP से click कर के आया हुआ एक user Search Console के लिए organic traffic है लेकिन Google Analytic में ये चीज एक से ज्यादा हो सकती है। अगर यूजर आपके पेज को open करने के बाद 30 मिनिट पेज पर active नहीं रहता है (पेज को minimize कर देता है) और 30 मिनिट बाद फिरसे browsing शुरू कर देता है तो वो दूसरा session count किया जाएगा। अगर कोई यूजर आपके पेज पर रात 11:57 से आगे के 10 मिनिट active रहता है तो 12 बजे बजे का जो session है वो reset हो जाएगा।
कहा का Traffic देख रहे है आप?
Google Search Console में traffic की information बटी हुई होती है जैसे Google Search Console में http, https, www, non www प्रॉपर्टीज अलग-अलग होती है और इन सब का traffic अलग-अलग होता है।
Data Type
Search Console में डाटा web, image, video, news जैसी प्रॉपर्टीज में बटा हुआ होता है जबकि Analytics में ये सब combined होता है। तो Google Analytics आपको traffic के मामले में काफी बेहतर जानकारी देता है Search Console के मुकाबले।
7 Metrics जिन्हे Google Analytics Measure करता है?
वैसे अगर देखे तो Google Analytics 10,000 से भी ज्यादा metrics को measure करता है, लेकिन कुछ ऐसे metrics होते है जिन पर हमें खास कर ध्यान देने की जरूरत होती है। Google Analytics आपको आपके audience को अधिक बेहतर तरीके से समझने में मदद करता है। हम आपको कुछ ऐसे metrics के बारे में बताएंगे जिन पर आपको खास कर ध्यान देना चाहिए जो काफी जरूरी भी है। तो चलिए देखते है
Bounce Rate
काश हमारे website का bounce rate इतना होता ये हर कोई कहता है और सभी ये कोशिश करते रहते है की हमारे साइट का bounce rate कम ही रहे। अगर आप एक Beginner है तो आपका Bounce Rate अगर 70% से ज्यादा भी रहता है तो भी वो शुरुआत में ठीक-ठाक माना जाता है। क्योंकि आपके site पर ज्यादा content नहीं होता जिससे यूजर आपके साइट पर अधिक समय तक रूक सके।
जैसे-जैसे आपके related posts में pages add होते जाएंगे readers आपके साइट पर ज्यादा समय तक रुकेंगे। हलाकि Google Analytics आपको clear बता देता है की लोग आपके किस टाइप के content में ज्यादा interest दिखा रहे है और आप उसके हिसाब से अपने साइट का content प्लान कर सकते है।
Audience
Analytics आपको आपके audience को और उनके intent को काफी अच्छे से समझने में deep में मदद करता है। क्या वो businessman है, student है, पुरुष है या महिला है और उसकी age क्या है? इन सभी की जानकारी Google Analytics आपको देता है। जिससे आप अपने content को अलग-अलग तरह से और अलग-अलग audience को पहचान कर प्लान कर सकते है।
जैसे अगर आपके साइट पर सिर्फ over age जैसे 30+ वाले ही users आते है तो आप उनके लिए अलग से content लिख सकते है। ऐसे में वो ज्यादा तर किस चीज को पसंद करते है इसके बारे में भी आपको अंदाजा आ जाता है।
जब आपको ये पता होता है की आपकी साइट पर किस तरह के visitors आते है तो आपको आपक content को update करने में भी काफी मदद मिलती है। वही जब आप उनके लिए ही content बनाते है तो वो आपके regular user हो जाते है।
Reference of Visits
अगर आप एक पुराने blogger है तो आपको इसके बारे में काफी अच्छे से पता होगा। वही अगर आप एक नए blogger है तो आपको भी इसके बारे में थोड़ा बोहोत तो पता ही होगा की हमारे साइट पर users या visitors काफी जगहों से आते है। जैसे Search Engine, Social Media, Ads, Emails, Referral, अब आपको थोड़ा बोहोत तो अंदाजा हो ही गया होगा।
Visitors अलग-अलग sources से तो आते ही है लेकिन Google Analytics उन्हें कुछ ऐसे measure करता है,
Organic Search – जो Search Engine में search कर SERP में दिखाए जाने वाले link पर click आते है उन्हें Analytics organic search में count करता है।
Direct – जब कोई सीधे आपके site का URL या Domain Name को किसी browser में search कर आपके साइट पर आता है उन्हें direct traffic consider किया जाता है।
Referrals – जब आप किसी दूसरे blog पर guest post लिखते है और वह से कोई user आपकी link को follow कर साइट पर आता है उसे referral traffic कहा जाता है।
Social Media – जब आप अपने site की link social media में शेयर करते है और वह से जो traffic आपके site पर आता है उसे social media से आया हुआ traffic consider किया जाता है।
Paid – जब आप कोई ad run करते है और उससे जो traffic आपके साइट पर आता है उसे paid ads traffic कहा जाता है।
Performance of Landing Page
Landing Page के performance से आपको लीड generate करने में काफी मदद मिलती है। Landing Page website का वो पेज होता है जहा user आपके link को follow करके land करता है। जैसे मान लो की एक पोस्ट है सबसे अच्छी Web Hosting कौनसी है? अब इस link पर click का यूजर जब इस post के page पर land करेगा तो उसे हम landing page कहेंगे। जब आपको एक अंदाजा आ जाता है की आपके किस post को सबसे ज्यादा response आ मिल रहा है तो आपको आपके content को plan करने में काफी मदद मिलती है।
Google Analytics आपको सटीक तरीके से बताता है की आपके किस पोस्ट को काफी अच्छा response मिल रहा है, उस post पर users का engagement कैसा है, क्या वो उस post पर land करते ही वापस चले जाते है या पोस्ट को पढ़ने के बाद जाते है? ऐसे कई सवालो के जवाब आपको Google Analytics की मदद से मिल जाते है।
अगर आपके किसी भी पेज पर users का engagement अच्छा नहीं है तो आपको earning भी काफी कम होगी। जाहिर सी बात है अगर यूजर आपके साइट पर ठहरता ही नहीं है तो आपके साइट पर दिख रहे ads पर click भी क्यों करेगा। ऐसे में आप अपने users के engagement के हिसाब से अपने साइट को plan कर सकते है।
Unique Pageview
Unique pageview metric हमें बताता है की हमारे पेज पर कितने ऐसे views मिले है जो की unique है। इसे कुछ ऐसे समझते है की कोई एक visitor आपके साइट पर आता है और उस पेज को एक कम से कम एक बार देखता है इसे हम unique view कह सकते है, वही अगर उसे कोई परेशानी आती है और वो page को reload करता है तो वो दूसरा pageview count किया जाएगा।
अगर आपका नया blog है या website है तो हो सकता है की आपको लगभग 95% से 99% तक unique views ही मिले। लेकिन अगर आपकी साइट या ब्लॉग काफी पुराना है और अगर फिर भी आपके पेज पर आपको 80% से ज्यादा unique views मिलते ही तो समझ लेना की आपकी साइट boost हो रही है।
Real-Time View
Real-Time view metric आपको बताता है की real time में कितने users आपके site पर अभी भी मौजूद है यानि की active है। वो users किस देश के किस शहर से है, कौनसा device वो इस्तेमाल कर रहे है, आपके साइट के किस page पर कितने users active है ये सब चीजे ये metric आपको बताता है।
Conclusion
Google Search Console और Google Analytics आपके साइट पर आने वाले traffic को अलग-अलग तरीके से देखते है, अलग तरीके से count करते है, अलग तरीके से record करते है। Click और Session दोनों अलग-अलग चीजे है और आपको अपने यूज़ के base पर देखना होता है की आपको click पर ध्यान देना है या sessions पर।
Google Search Console का click organic results को ज्यादा बेहतर तरीके से record करता है। ये non html pages जैसे PDF, MP4 जैसी visit को भी record करता है। लेकिन http, https, www, non www, video, image के डाटा को अलग-अलग दिखता है। वही Google Analytics organic traffic को sessions में count करता है और sessions click से अलग होते है। क्योंकि आपके Domain के हर version का डाटा अलग नहीं होता है वो एक ही होता है। अगर आपके website में काफी PDF है तो Google Analytics आपका डाटा कम दिखाई देगा।
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