Google Smith Algorithm क्या है?

SEO करने के लिए सबसे जरूरी क्या होता है?

अगर आप एक ब्लॉगर है तो शायद आपको पता ही होगा के SEO करने के लिए सबसे Important क्या होता है? वो होता है Content, “Because Content Is King” हर कोई यही कहता है।

लेकिन कंटेंट को Handle कर पाना न तो SEO’s के लिए आसान होता है और न गूगल के लिए। आज हम बात करने वाले है गूगल के एक नए Algorithm SMITH के बारे में, जो कंटेंट के बारे में समझने के लिए Google को Help करेगा। 

Google SMITH Algorithm का Long Form क्या है?

गूगल Smith Algorithm का लॉन्ग फॉर्म है “Siamese Multi-depth Transformer-based Hierarchical Encoder”.

SMITH Algorithm को आसान भाषा में समझते है

Algorithm को समझना थोड़ा सा मुश्किल हो जाता है, हम लोग SEO’s है कंप्यूटर साइंटिस्ट नहीं है। तो इसलिए हम इस Algorithm को Real World Example में समझने की कोशिश करेंगे। आप सबको ऑक्टोपस के बारे में थोड़ा बहुत तो पता ही होगा, ऑक्टोपस एक बेहद समझदार जीव होता है।

ऑक्टोपस अपना रंग बदल सकता है, पानी में तो रहता ही है साथ ही थोड़ी बहुत देर हवा में भी रह सकता है। चेहरे पहचान सकता है बोतल के ढक्कन खोल सकता है, बेहद तंग जगहों से निकल सकता है।

ऑक्टोपस की कोई कॉलोनी नहीं है, ऑक्टोपस हमारे ऊपर हमला नहीं कर रहे है। इसका रीज़न है ऑक्टोपस की Average लाइफ बहुत कम होती है, ऑक्टोपस की उम्र 6 महीने से लेकर 5 साल के बिच ही होती है। इतने समय में वो जो भी सीखते है वो अपनी अगली पीढ़ी को सीखा नहीं पाते। Read Also: Google BERT Algorithm क्या है? In Hindi

यही इंसान आगे निकल गए, गुफा के अंदर आदिमानवों ने जब आग जलाना सीखा, पहिया बनाना सीखा। तो उन्होंने अपनी अगली पीढ़ी को ये सब सीखा दिया। उन्हें शरुवात से शुरू करने की जरुरत नहीं पड़ी। सब पॉसिबल हुआ Language की वजह से। Language वो पावरफुल Tool है जिसने पीढ़ी दर पीढ़ी इकट्ठा किये हुए नॉलेज को एक दूसरे तक पोहचाया है।

जिससे हम उन ग़लतियों को करने से बच गए जो पहले इंसान करते आ रहे थे। टाइम के साथ-साथ अलग-अलग जगहों पर लोगो ने अलग-अलग भाषाएँ बना ली और ये भाषाएँ मुश्किल होती गई। जिन्हे समझना काफी कठिन होता चला गया, कुछ लोग कई भाषाएँ बोल सकते है और कुछ सिर्फ अपनी मातृभाषा ही बोल पाते है। 

आपने ज़रूर नोटिस किया होगा कुछ लोग बहुत जल्द गाली गलोच पर आ जाते है। गाली देना कोई टैलेंट नहीं होता। बस उस इंसान को ये पता नहीं होता की वो जो कहना चाहता है वो सही Words में कैसे कहे। इसलिए वो गाली देना शुरू कर देता है। दो-चार Word का कॉम्बिनेशन होता है उसी को रिपीट करना होता है। यही Same प्रॉब्लम कंप्यूटर के साथ भी होती है, वो गाली तो नहीं देते लेकिन भाषा को समझना आसान उनके लिए भी नहीं होता है।

जहां Search Engine के सामने यह प्रॉब्लम और भी बड़ी हो जाती है। क्योंकि उसे Use करने वाले हजारों भाषाएँ बोलते है, अलग-अलग स्टाइल में Words को इस्तेमाल करते है। इसमें से सही को समझना, उसमें से सवाल को निकालना और उस सवाल का सही जवाब देना वो भी कुछ मिली सेकंड के अंदर ये काफी मुश्किल हो जाता है। 

इसलिए गूगल Language Understanding और Language Processing के ऊपर हमेशा काम करता रहता है। सिर्फ गूगल ही नहीं माइक्रोसॉफ्ट भी Language Processing के ऊपर काफी रिसर्च कर रहा है। कम्प्यूटर की Language समझने की जो Capacity होती है वो छोटे बच्चों जितनी होती है। इसलिए छोटे Sentences का इस्तेमाल करें। इस कमज़ोरी को गूगल भी समझता है और इसे Artificial Intelligence के जरिए इसे Solve करने की कोशिश करता रहता है।

Google ने SMITH Algorithm को क्यों बनाया?

Bidirectional Encoder Representations From Transformers(BERT) Algorithm जिसे गूगल ने 25 October 2019 में Launch किया था। जो की गूगल को एक Sentence के अंदर के Word को समझने में मदद करता है। BERT Sufficient नहीं था क्यो की यह वही इस्तेमाल में आता है जहां सर्च हो रहा हो। वेबसाइट में लिखे आर्टिकल को समझने में BERT गूगल की कोई भी मदद नहीं करता क्यो की BERT सिर्फ Sentence के अंदर काम करता है।

BERT सिर्फ sentence और limited डाटा के ऊपर ही काम कर सकता है। BERT कुछ sentences या ज्यादा से ज्यादा एक Paragraph के लिए ही इस्तेमाल मे आता है। BERT Algorithm कि इन limitations को देखते हुए Google ने Smith Algorithm को बनाया है।

Google Smith Algorithm क्या है? और Smith Algorithm काम कैसे करता है?

SMITH Algorithm एक Pre-trained model है जो कि बड़े Document के Passages में से किसी एक Sentences के आपस के रिलेशन को समझ कर उसका Meaning निकालने के लिए Train किया गया है. यह Training SMITH Algorithm को काफी सारे डाटा को एक साथ अच्छे से समझने में मदद करती है. रिसर्च Paper के मुताबिक BERT Algorithm के मुकाबले SMITH Algorithm 400% ज्यादा Texts को लेकर उसे Process कर सकता है।

Google Smith Algorithm क्या है

SMITH Algorithm कितने Models पर काम करता है?

SMITH Algorithm दो Tower Structure यानी दो Models पर काम करता है.

  1. पहला Tower या Model बड़े Passages को कई सारे Sentences और Block’s में Divide कर लेता है।
  2. दूसरा Tower या Model उन Sentences और Block’s के मतलब को समझने में गूगल कि मदद करता है।

So एक Tower Sentences Level पर काम करता है और दूसरा Document Level पर. Tower का मतलब Reality में दिखने वाले Tower नहीं है बल्कि कंप्यूटर प्रोग्राम के Models की बात हो रही है. BERT Algorithm और SMITH Algorithm दोनों ही Pre-trained Models है.

क्या Google SMITH Algorithm Use कर रहा है? Is Google Using the SMITH Algorithm? In Hindi

Officially गूगल ने अभी तक अनाउंस नहीं किया है की SMITH Algorithm इस्तेमाल किया जा रहा है या नहीं। अगर देखे तो गूगल हर चीज को Openly बताता भी नहीं है और शायद बता भी नहीं सकता। गूगल के पास SMITH का कुछ टेस्ट डाटा भी है। जो ये बताता है कि SMITH BERT के मुकाबले काफी अच्छे Result’s दे रहा है। अगर ऐसा है तो गूगल जल्द ही SMITH को इस्तेमाल करना शुरू कर देगा। 

Advantages of Smith Algorithm in Hindi | Smith Algorithm के फायदे क्या है?

SMITH Algorithm जब भी Launch होगा इसके दो फायदे होंगे या दो Advantages होंगे,

  1. Smith Algorithm कि वजह से गूगल बड़े Paragraph और Pages के कंटेंट को अच्छी तरह समझ पाएगा और उससे रिलेटेड दूसरे Pages को समझने में गूगल को आसानी होगी।
  2. Smith Algorithm कि वजह से Google को दूसरा पेज के कंटेंट की Quality चेक करने में गूगल को आसानी होगी।

क्या Smith Algorithm वेबसाइट के कंटेंट पर कोई असर डालेगा?

रिसर्च Paper में एक Sentence “Grid Sentence Filling” का जिक्र भी है। जिसका मतलब है कि SMITH Algorithm जब Lines और Passages को एनालाइज करता है तो वो Words और Sentence में से पैडिंग को हटा देता है।

मतलब कि ऐसे Sentence और Word जिनका कंटेंट से वैसे कोई लेना देना नहीं है। राइटर सिर्फ कंटेंट की Length को बढ़ाने के लिए उन्हें इस्तेमाल कर रहा है। SMITH ऐसे कंटेंट को हटाकर सिर्फ Useful Words, Sentences और Phases को Consider करता है और सिर्फ उनके ही Meaning को निकालने में अपने आप को इस्तेमाल करता है। So जानबूझकर लंबे आर्टिकल लिखने कि जगह सिर्फ उतना लिखने की आदत डाल लो जितनी जरुरत है। क्यो की बाकी को तो SMITH निकाल ही देगा। 

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This Post Has 4 Comments

  1. Tushar Chaturvedi

    सर क्या Google इसी तरह की ओर Updates लायेगा क्या

    1. Ji ha, waise aapko bata du ki Google ek aur algorithm ke upar kaam kar raha hai jise usne MUM naa diya hai. Bohot jald uske bare me bhi aapko article mil jayega.

  2. Amnendra

    Maine aapke BERT algo wale article ko bhi padha, kaafi achhi jankari di hai apne or vistar se.